अगर आप “BED New Policy” (बी.एड नई नीति) के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो इसका संबंध भारत में शिक्षा मंत्रालय द्वारा शिक्षण पाठ्यक्रमों और बी.एड (Bachelor of Education) कार्यक्रम में किए गए बदलावों से है। नीचे वर्ष 2025 तक की बी.एड नई नीति से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी हिंदी में दी गई है:
📘 बी.एड (B.Ed) नई नीति 2025 – संपूर्ण जानकारी हिंदी में
🔷 1. नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार बदलाव:
भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत बी.एड पाठ्यक्रम में कई बदलाव किए हैं। इस नीति का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की गुणवत्ता को सुधारना है।
🔶 2. बी.एड की अवधि में बदलाव:
अब बी.एड करने का पारंपरिक 2 साल का कोर्स धीरे-धीरे समाप्त किया जा रहा है और इसकी जगह पर 4 साल का इंटीग्रेटेड बी.एड कोर्स लागू किया जा रहा है।
📌 उदाहरण:
B.A. + B.Ed (4 साल)
B.Sc + B.Ed (4 साल)
B.Com + B.Ed (4 साल)
🔶 3. प्रवेश प्रक्रिया (Admission Process):
दाखिला मेरिट बेस या एंट्रेंस एग्जाम (जैसे DUET, CUET, राज्य स्तरीय परीक्षाएं) के आधार पर होगा।
कुछ संस्थान इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए 12वीं के बाद सीधे प्रवेश देंगे।
🔶 4. प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार:
प्रशिक्षुओं को स्कूलों में जाकर इंटरनशिप करनी होगी।
टीचिंग प्रैक्टिस के घंटे और गुणवत्ता को बढ़ाया गया है।
डिजिटल टीचिंग स्किल्स को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
🔶 5. राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) की भूमिका:
NCTE अब सभी बी.एड कॉलेजों की नियमित निगरानी कर रही है।
NCTE अप्रूव्ड कॉलेज में ही बी.एड करना अनिवार्य होगा।

🔶 6. NEP 2020 के अनुसार टीचर बनने के लिए पात्रता:
2030 तक सिर्फ 4-वर्षीय इंटीग्रेटेड बी.एड कोर्स को ही मान्यता दी जाएगी।
यह कोर्स 12वीं पास छात्रों के लिए होगा।
🔶 7. बी.एड के बाद करियर ऑप्शन:
सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती (TET, CTET, UPTET आदि के माध्यम से)
प्राइवेट स्कूल
कोचिंग संस्थान
उच्च शिक्षा में प्रवेश (M.Ed, Ph.D.)
🔷 8. बी.एड फीस और कॉलेज:
सरकारी कॉलेजों में फीस: ₹10,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष
प्राइवेट कॉलेजों में फीस: ₹50,000 – ₹1.5 लाख प्रति वर्ष
टॉप यूनिवर्सिटीज़: DU, BHU, JNU, AMU, IGNOU, RIE आदि
✍️ महत्वपूर्ण बिंदु:
✅ 4 साल का बी.एड कोर्स लागू हो रहा है
✅ NCTE अप्रूव्ड कॉलेज में ही प्रवेश लें
✅ शिक्षक बनने के लिए TET/CTET अनिवार्य रहेगा
✅ डिजिटल और प्रैक्टिकल स्किल्स पर ज़ोर
